
उत्तर भारत का पहाड़ी क्षेत्र हिमाचल प्रदेश पर्यटकों के घूमने की 10 सबसे पसंदीदा जगह:
हिमाचल प्रदेश ढेर सारी खूबसूरत स्थलों के लिए प्रसिद्ध है। पहाड़ों से दिव्य सौंदर्य पूर्ण नजारे इतना आकर्षित करते हैं कि जी चाहता है कि यहीं पर ही रह जाए। हिमाचल प्रदेश की वादियों में स्वर्ग जैसे निर्धारित किसी के भी दिल को मंत्र मुग्ध कर देते हैं। यहां के तिब्बती संस्कृति की झलक भी आपको मोहित कर देगी। मठों की सैर करके आप अपनी आध्यात्मिकता को चरम सीमा तक ले जा सकते हैं। ट्रैकिंग इसके पर्वतारोहण आदि थे। अब अपने सफर को रोमांचक बनाने में भी यह कामयाब हो जाएंगे। हिमाचल प्रदेश के पर्यटन स्थल इन सभी का मिश्रण है। कोई भी क्षेत्र आपको किसी भी मायने में बिका नहीं लगेगा। हम आपको हिमाचल इसमें 10 प्रमुखपर्यटन स्थलों के बारे में बताएंगे।
कसौल:
कसौल इतनी सुन्दर जगह है की आप यह मंत्रमुग्ध हो जायेगे यहाँ बहुत शांति और बहुत ही सुन्दर जगह है यहाँ साल भर पर्यटकों का केंद्र बना रहता हो तो वह है कसोल हिमाचल प्रदेश पर्यटन स्थल का अविस्मरणीय हिस्सा है। यहां आकर पर्यटक कसोल की वादियों और यहां की हरी-भरी प्राकृतिक पर्यावरण में खो जाते हैं। पार्वती घाटीव पार्वती नदी की सुंदरता यहां का मुख्य आकर्षण है। यहबस एक पर्यटक स्थल नहीं है बल्कि यहां पर घूमने केबाद जहां के नजारे आपके दिलो-दिमाग तुमसे नहीं उतरेंगे। यह एक ऐसा अनोखा अहसास है जिसे आप जीवन भर याद रखेंगे। इस जगह पर घूमने के लिए दुनिया भर से लोग आते रहते हैं।
मैक्लोड़गंज:
कांगड़ा में स्थित मैक्लोड़गंज वह स्थान है जो आज कल सबसे चर्चित दर्शनीय स्थल बन चुका है। बहुत तिब्बतियों के निवास स्थान होने के कारण इसे छोटा लहासा भी कहा जाता है।यह स्थान धार्मिक स्थल वह पर्वतीय स्थल का मिश्रण है। लोग यहां बहुत से कारणों से आते हैं जिसमें आध्यात्मिकता हिमालय से रूबरू होना, साहसिक कार्य व खूबसूरत दृश्य का लुफ्त उठाना शामिल है। यह स्थान बौद्ध श्रद्धालुओं का मुख्य केंद्र है और इसके पीछे का कारण यह है कि यह पौधों के 14वें गुरुदलाई लामा का निवास स्थान है। यह इनकी पवित्र उपस्थिति के कारण यहां श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी रहती है। यहां आकर अब तिब्बती बौद्धों और भिक्षुओं की जीवन शैली को करीब से देख सकते हैं।
लाहौल एंड स्पीति:
यह भारतीय राज्य हिमाचल प्रदेश में लाहौल और स्पीति जिला लाहौल और स्पीति के दो अलग-अलग जिलों में से मिलकर बना है। यह क्षेत्र हिमाचल प्रदेश का ठंडा मरुस्थल क्षेत्र है जहां पर बर्फ से ढके पहाड़ रंग, बिरंगीमटवर्क, छोटे-छोटे गांव सब कुछ आंखों में भरने लायक है। लाहौलएंड स्पीति का प्रदूषण मुक्त वातावरण आपके दिल को एक खुशनुमा एहसास दिलाएगा। भाई को दोबारा यहां के टेढ़े मेढ़े रास्तों सेगुजरते हुए इन नजारों का लुफ्त उठाना। अपने आप में एक अतुलनीय एहसास है।
धर्मशाला:
धर्मशाला भारत के हिमाचल प्रदेश राज्य केकांगड़ा जिले में स्थित एक नगर है जो पर्यटक प्रेमियों कोअपनी तरफ बखूबी आकर्षित करता है। स्थान दलाई लामा के पवित्र निवास स्थान के रूप में दुनिया भर में प्रसिद्ध है। धर्मशाला भारत का एक प्रमुख धार्मिक शहर होने के साथ एक प्रसिद्ध तीर्थ स्थल भी है। कांगड़ा वैली में स्थित धर्मशाला की समुद्र तल से ऊंचाई। मात्र 1457 मीटर है। दोस्तों धर्मशाला में बहुतसी घूमने की जगह है जैसे कि यहां पर बने मंदिरबौद्ध मठ दुनिया की सबसे ऊंची जगह पर बना क्रिकेट स्टेडियम जहां का युद्ध स्मारक, भाग सुनाग फॉल्स आदि अनेक घूमने के स्थान यहां पर बने हुए हैं।
शिमला:
शिमला खूबसूरत हिल स्टेशन है जो हिमाचल प्रदेश की राजधानी भी है। समुद्र की सतह से 2202 मीटर की ऊंचाई पर स्थित इस जगह को समर रिफ्यूज्डऔर हिल स्टेशनों की रानी के रूप में भी जाना जाताहै। यह सूरत में पहाड़ी क्षेत्र विभिन्न पर्यटकों को आकर्षित करते हैं। यहां पर चिंतन व देवदार के पेड़ों ने वातावरण कोहरा-भरा और तरोताजा बनाया हुआ है। हिमाचल प्रदेश दर्शनीय स्थल का अटूट हिस्सा है जो केवल राष्ट्रीय ही नहीं बल्कि अंतरराष्ट्रीय पर्यटकों को भी सबसे ज्यादा पसंद। गंतव्य स्थान बनाता है। प्राकृतिक अजूबों का भंडार व साहसिक कार्यों का मुख्य स्थल है। शिमला कैमरे में कैद करने लायक हर तरह से बेहतरीन नजारा शिमला में आप देख सकते हैं। शांति की खोज में यहां-वहां भटकना छोड़िए और शिमला चाहिए।
मनाली:
मनाली भारत के हिमाचल प्रदेश राज्य के कुल्लू जिले में स्थित एक नगर है। यह 1950 मीटर की ऊंचाई पर व्यस्त नदी के किनारे कुल्लू घाटी के उत्तरी छोरपर बसा हुआ है। मनाली में बर्फ से ढके हुए पहाड़और यहां की खूबसूरत वादियों पर्यटकों को यहां आने के लिए मजबूर कर देती हैं। समुद्र तल से 6725 फीट ऊपर बसेइस स्थान पर आप पहाड़ों के हसीन मंजर को करीब से रूबरू कर पाएंगे। बर्फ से ढके पहाड़ पर्यटकों को यहां आनेपर मजबूर कर देते हैं। लोग यहां बर्फ देखने व बर्फसे जुड़े रोमांचित खेलों का लुफ्त उठाने के लिए आते हैं।यहां आने का सबसे उचित समय सर्दियों का मौसम होता है।इस दौरान यहां पर भारी बर्फबारी होती है जिस का लुफ्त उठा सकते हैं। गर्मियों का मौसम भी इसकी सुंदरता को फीका नहीं कर पाता है। घास के मैदान भी यहां आपकी आंखों को भा जाएंगे।
बीर बिलिंग:
बीर बिलिंग को भारत की पैराग्लाइडिंग राजधानी भी कहा जाता है। इस स्थानी पिछले कुछ सालोंमें बहुत लोकप्रियता हासिल की है। यह जगह सिर्फ रोमांचित कार्योंके लिए मशहूर नहीं है बल्कि यह पर्यावरणीय पर्यटन जाने कीइको टूरिज्म के लिए भी मशहूर है। यह ऐसा स्थान हैजहां स्थानीय यात्रियों से ज्यादा विदेशी यात्री आते हैं। पैराग्लाइडिंग केवक्त आपको ऐसा लगेगा जैसे कि आप दुनिया के सबसे ऊंचेस्थान पर पहुंच गए हो। वह किसी पक्षी की तरह आजाद होकर हवा में पंख फैलाए उड़ रही हो।
मलाना:
मलाना हिमाचलप्रदेश का एक गांव है, यह भारत देश के हिमाचल प्रदेश राज्य में स्थित है। मलाना हिमाचल प्रदेश राज्य की कुल्लू घाटी के उत्तर पूर्व में स्थित एक प्राचीन गांव है। यहगांव पार्वती घाटी में चंद्र खानी और देव टिब्बा के नामकी पहाड़ियों के बीच घिरा हुआ मौलाना नदी के किनारे स्थितहै। मलाना गांव आधुनिक दुनिया से प्रभावित है और इस गांव में रहने वाले लोगों की अपनी जीवन शैली और सामाजिक संरचना है।यहां के लोग अपनी रीति रिवाजों की बड़ी सख्ती से पालन करते हैं। हिमाचल प्रदेश की पर्यटन स्थल में किसका किरदार बहुत अहम है। यह हिमालय ग्रामीण क्षेत्र है जो शांति व प्राकृतिक खूबसूरती का प्रतीक है।
कांगड़ा:
कांगड़ा हिमाचल प्रदेश का ऐतिहासिक नगर तथा जिला है, इसका अधिकतर भाग पहाड़ी क्षेत्र पर है। प्रकृतिकी गोद में बसाया क्षेत्र। पर्यटकों को अपनी तरफ खूब आकर्षित करता है। कांगड़ा को देवी देवताओं की भूमि भी कहा जाता है। यह एक पहाड़ी क्षेत्र है जो मन को धार्मिकता के साथ-साथ अपने प्राकृतिक सौंदर्य से घिरे हुए हैं। कांगड़ा का वातावरण ताजी हवाओं से लिप्त है। कांगड़ा को देवी देवताओं की भूमि कहीं जाने के कारण हिमाचल प्रदेश के धार्मिक स्थलों में इसका एक अलग महत्व है। यहां आने का सबसे उचित समय सितंबर से जून के महीने का है। बृजेश्वरी देवी मंदिर, कांगड़ा किला,महाराणा प्रताप, सागर, झील, मसरूर, मंदिर, ककहरी, झील इत्यादि कांगड़ा मेंघूमने की प्रसिद्ध जगह है।
कुल्लू:
हिमाचल प्रदेश में पर्यटनस्थल की कमी नहीं है, लेकिन हिमाचल प्रदेश में बसा कुल्लू अपना एक अलग महत्व लिए है। व्यास नदी के तट परबसा यह एक खूबसूरत दर्शनीय स्थल है। यह रोहतांग पास व्यासकुंड चंद्रताल झील की। भूमि है इस जगह का तापमान अधिकगर्म है और न अधिक ठंडा है। यही कारण है कियात्री यहां कभी भी अपनी छुट्टियां बिताने आ सकते हैं। यात्रीयहां गर्मी की चपेट से बचने के लिए आते हैं औरअगर आप बर्फबारी का लुफ्त उठाना चाहते हैं तो दिसंबर वजनवरी का महीना सबसे उचित महीना है।